उपवास से पुरानी से पुरानी बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। उपवास का अर्थ है मन को एकाग्र करके शरीर पर केंद्रित करना। उक्त बातें डॉक्टर विकास सक्सेना ने गांधी स्मारक निधि आश्रम, पट्टीकल्याणा में चल रहे प्राकृतिक चिकित्सा शिविर के दौरान कहीं।
सक्सेना ने कहा कि उपवास करने से शरीर एवं मन को विश्राम मिलता है और कार्य करने की क्षमता बढ़ती है। उपवास करने से इच्छा शक्ति मजबूत होती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में खानपान की आदतों में आए बदलाव के कारण लोग बीमार हो रहे हैं। उपवास करने से पेट ठीक रहता है जिससे ही अधिक बीमारियां पैदा होती हैं। डाक्टर संदीप ठाकरे ने प्राणायाम के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि इसके नियमित अभ्यास से फेफड़े मजबूत होते हैं और शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है। हमें एलोपैथिक दवाओं पर निर्भर होने की बजाए प्राकृतिक चिकित्सा और योग को जीवन में अपनाना चाहिए
Source - Dainik Jagran
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Last Updated on Friday, 31 December 2010 12:04 |